अन्दर कोई हैं

गाड़ियों में जाने-अनजाने आदमी भागते जा रहे हैं…. मैं भी भाग रहा हूँ, तेज बहुत तेज… अन्दर कोई हैं जो कह रहा हैं- भाग ले कितना भी तेज मंजिल नहीं … Read more

प्रभु तुम बरस रहे हो…

प्रभु तुम बरस रहे हो… हर पल हर क्षण… पर जाने क्यों मेरा ह्रदय आँगन सुखा ही रह जाता हैं.., आस-पास जहाँ भी ह्रदय से देखता हूँ… प्रभु तुम ही … Read more

WP2Social Auto Publish Powered By : XYZScripts.com