व्यापार

हर रोज सुबह उठ कर मैं ठेली लगाता हूँ…. व्यापार करता हूं सपनों में जीने वालो को जगाता हूँ ॥ झकझोडता हूँ !! जमीन में गहरी जडों को खोदता हूँ ।। तुम्हे यथार्थ …

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